आवास के लिए निर्माण सामग्री लाकर देने आदिवासियों से 47 हजार 300 रुपए नगदी ले कर  रफूचक्कर हुए ठग*

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गिरीश राठौड़

*आवास के लिए निर्माण सामग्री लाकर देने आदिवासियों से 47 हजार 300 रुपए नगदी ले कर  रफूचक्कर हुए ठग*

अनूपपुर/03/जून/पी,एम,आवास योजना के लिए निर्माण सामग्री लाकर देने के नाम पर कोतवाली अंतर्गत ग्राम अंकुआ के पांच बैगा समुदाय के लोगों को चार अज्ञात लोगों ने 47 हजार 300 रुपए नगदी ले कर धोखाधड़ी कर फरार होने का मामला सामने आया है। अनूपपुर कोतवाली पुलिस थाना ने शिकायत लेकर अज्ञात आरोपितों की पता तलाश शुरू कर दी है।

 

जैतहरी विकासखंड के ग्राम पंचायत औढ़ेरा के अकुआ गांव में प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत बैगा जनजातिय परिवारों का सर्वे कराया गया था जिसमें 89 परिवारों को आवास योजना हेतु चयनित करते हुए पहली किस्त की राशि जारी की गई। इस गांव के बैगा परिवार के अधिकांश ग्रामीण अशिक्षित होने के कारण अंकुआ गांव में चार अज्ञात व्यक्ति 31 मई को पहुंचे और भवन निर्माण सामग्री का सप्लायर बताकर सभी को भरोसे में लिया कि वह घर तक वाहन से ईंट, गिट्टी और रेत पहुंचा कर देंगे। घर का काम अधिकांश परिवारों ने शुरू भी कर लिया था। चारों अज्ञात व्यक्तियों के भरोसे में आकर पांच लोगों ने अलग-अलग निर्माण सामग्री हेतु एडवांस में नगद राशि दे दी। दो दिन बाद भी ना तो भवन निर्माण सामग्री लाकर दी गई और ना ही रुपए लेकर गए लोगों का मोबाइल पर बात हो पा रही है। कई बार बात करने का प्रयास किया गया जब कोशिश नाकाम रही तब यहां के ग्रामीणों को एहसास हुआ कि उन्हें ठग लिया गया है। सोमवार को पांच बैगा परिवार के सदस्य जिन्होंने अज्ञात चार लोगों को रुपए दिए थे

उनकी शिकायत कोतवाली थाना अनूपपुर एवं कलेक्टर कार्यालय में जाकर दी। दिए गए आवेदन में बताया गया कि चार अज्ञात लोगों ने ग्रामीण बुद्धू पिता डुंडुल बैगा से ईट हेतु 10 हजार,पिट्टू पिता भद्दू बैगा से रेत एवं गिट्टी के लिए 13 हजार,रामप्रसाद पिता गनपत बैगा से ईंट के लिए 12 हजार,लालमन पिता मरहू बैगा से 12 हजार और मूलचंद पिता रामगोपाल बैगा से रेत पहुंचाने के लिए 3 हजार नगद लिए गए हैं। ग्रामीणों के अनुसार इस पूरे मामले में ग्रामीणों को आशंका है कि कोई गांव का व्यक्ति शामिल है जो चारों व्यक्तियों को लेकर उनके यहां तक पहुंचा। क्योंकि इन लोगों को मालूम था कि इन्हें आवास योजना के लिए राशि मिली हुई है और निर्माण सामग्री की जरूरत है। इसी मौके का फायदा उठाया गया। पीड़ित बैगा परिवारो के लोगों ने पुलिस एवं जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि आरोपितों का पता लगाकर उनकी दी हुई राशि वापस कराने में मदद करें। बताया गया इस तरह का एक ठग गिरोह गांव-गांव जाकर भोले-भाले और अशिक्षित आदिवासियों को गुमराह करते हुए रुपए एंठने का काम कर रहा है।

 

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