एसआईएसएफ के खिलाफ आदिवासियों का चक्का जाम

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मामला ग्रामीणों से मारपीट कर कोयला चोरी का मामला दर्ज कराने का

(Amit Dubey+7000656045)

शहडोल। रविवार की सुबह जिले के अंतिम छोर पर शहडोल-अनूपपुर जिले की सीमा पर बसे ग्राम बटुरा, बकही, अटरिया, बिछिया के दर्जन भर ग्रामीणों के साथ एसईसीएल के सोहागपुर एरिया में तैनात एसआईएसएफ के जवानों के द्वारा अपने कार्य क्षेत्र से बाहर जाकर ग्रामीणों के साथ मारपीट करने और उन्हें अमलाई पुलिस के हवाले करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस पूरे मामले में अमलाई पुलिस द्वारा ग्रामीणों के खिलाफ कोयला चोरी का मामला दर्ज करना, पुलिस के गले की फांस बन गया है। वहीं एसआईएसएफ के जवान इस मामले में बैकफुट पर नजर आ रहे हैं।

दरअसल इस मामले में हुआ यह कि एसआईएसएफ ने दर्जन भर ग्रामीणों को कोयला चोरी करने के आरोप में कार्य क्षेत्र से बाहर जाकर पकडक़र पुलिस को सौंप दिया, अमलाई पुलिस ने आस-पास के कई ठीहों से लगभग 40 टन कोयला जब्त भी कर लिया, जिसके बाद गिरफ्तार किये गये ग्रामीणों के घरों की महिलाएं एवं अन्य ग्रामीण इस पूरी कार्यवाही के विरोध में सडक़ पर उतर आये, अभी से कुछ घंटे पहले उन्होंने एनएच-43 को पूरी तरह से जाम कर दिया है,।

जिससे सडक़ के दोनों किनारे कई किलोमीटर तक जाम की स्थिति निर्मित हो गई है। ग्रामीणों ने वाहनों को वापस मोडऩे तक का मौका नहीं दिया, जिस कारण कई वाहन आड़े-तिरछे होकर सडक़ पर फंस गये, स्थिति यह रही कि दो पहिया वाहन भी सडक़ से नहीं निकल पा रहे हैं।

 

, घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद अमलाई पुलिस मौके पर पहुंच गई है और ग्रामीणों को समझाईश दी जा रही है, अमलाई थाना प्रभारी जे.पी. शर्मा ने बताया कि ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले में एसआईएसएफ के जवान जिन्होंने मारपीट की है, उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाये। फिलहाल थाना प्रभारी के द्वारा लगातार ग्रामीणों को समझाईश देकर एनएच-43 पर लगा जाम खुलने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।

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