जोन में गंभीर अपराधों के 865 अपराध लंबित

विशेष टीम गठित कर होगा निराकरण

(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। पुलिस महानिरीक्षक शहडोल जोन एस.पी. सिंह ने शनिवार को अपराध समीक्षा बैठक लेते हुए रेंज के पुलिस अधिकारियों को जिलों में लंबित अपराधों, चालान, मर्ग, शिकायत, विभागीय जांच आदि के निराकरण एवं अपराधों पर नियंत्रण के संबंध में चर्चा की गई। उक्त बैठक में पी. एस. उईके पुलिस उप महानिरीक्षक शहडोल रेंज, सचिन शर्मा पुलिस अधीक्षक उमरिया, श्रीमती किरणलता केरकेट्टा पुलिस अधीक्षक अनूपपुर, एम. एल. सोलंकी पुलिस अधीक्षक डिण्डौरी एवं प्रवीण कुमार भूरिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहडोल उपस्थित रहे।
अपराधों में अनूपपुर अव्वल
समीक्षा में विगत वर्ष की तुलना में वर्ष 2019 में अब तक पंजीबद्ध अपराधों में जिला शहडोल में 10, उमरिया में 06 एवं डिण्डौरी में 11 प्रतिशत की कमी तथा जिला अनूपपुर में 02 की वृद्धि दर्ज हुई है। 31 अगस्त की स्थिति में जिला शहडोल में 443, उमरिया में 136, अनूपपुर में 194 तथा डिण्डौरी में 92 कुल 865 गंभीर अपराध विवेचना में लंबित पाए गए हैं। सर्वाधिक अपराध धारा 363, 366 भादवि (अपहरण संबंधी) के जिला शहडोल में 223, उमरिया में 73, अनूपपुर में 104 एवं डिण्डौरी में 45 कुल 445 प्रकरण लंबित हैं। विगत 01 माह में जिला शहडोल में 87, उमरिया में 19, अनूपपुर में 54 एवं डिण्डौरी में 33 कुल 193 गंभीर प्रकरणों की विवेचना पूर्ण कर निराकरण किया गया है।
विशेष टीम होगी गठित
बैठक के दौरान पुलिस महानिरीक्षक शहडोल जोन द्वारा जिला शहडोल में लंबित पुराने खासकर 2018 तक के सभी प्रकरणों का तत्परता से निराकरण करने हेतु निर्देशित किया गया। गंभीर अपराधों, महिलाओं, बालकों से संबंधित तथा चिह्नित अपराधों का यथाशीघ्र निकाल करने, धोखाधड़ी संबंधी अपराधों में कार्य-योजना अनुसार निकाल करने, अपहरण संबंधी अपराधों में एसओपी अनुसार पुन: विवेचना का पूर्ण प्रयास कर निकाल करने, गंभीर अपराधों में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु ईनाम घोषित करने एवं विशेष टीम गठित करने के निर्देश दिए गए। महिला संबंधी अपराधों एवं एससी/एसटी संबंधी अपराधों में 02 माह में विवेचना पूर्ण कर चालान कार्यवाही करने निर्देशित किया गया। इसके अतिरिक्त 03 माह से अधिक के लंबित सभी मर्गों का निराकरण करने, वर्ष 2018 तक के लंबित सभी चालानों को न्यायालय पेश करने आदि के संबंध विस्तृत चर्चा की गई।
सड़क दुर्घटनाओं पर लाये कमी
सीएम हेल्प लाईन, आयोगों, शासन एवं अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायतों को गंभीरता पूर्वक एवं संवेदनशीलता के साथ त्वरित निराकरण करने, महिलाओं विशेषकर अव्यस्क बालिकाओं को लैंगिक अपराधों से बचाने के लिए जागरूकता एवं संवेदनशीलता अभियान कार्यक्रम निरंतर चलाने, नाबालिग लड़कियों एवं महिलाओं को बहला-फुसलाकर नौकरी एवं काम के बहाने बाहर ले जाने वाले गिरोह/एजेंटों की पतारसी कर उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही करने, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने, ग्राम/नगर रक्षा समितियों के नए सदस्य बनाकर पुनगर्ठित करने आदि के संबंध में भी निर्देश दिए गए।