वृद्ध हुआ 5 लाख ठगी का शिकार एसबीआई के कैशियर ने किया कारनामा, थाने में हुई शिकायत

Ajay Namdev- 7610528622
जमुना। अनूपपुर जिले के कोयलांचल नगरी सकोला भरा टोला निवासी वृद्ध आदमी ललन कोल उम्र 64 वर्ष के साथ 5 लाख धोखाधड़ी कर प्राइवेट बैंक मैं जमा करा दिया गया है जिस बैंक का कहीं अता-पता नहीं है। यह कारनामा भारतीय स्टेट बैंक में पदस्थ कैसियर विजय गौतम के द्वारा अंजाम दिया गया है जिससे वह परिवार आज दाने-दाने को मोहताज है। यह मामला तब सामने आया है जब शहडोल के ईमानदार कमिश्नर चित फंड कंपनियों के विरुद्ध शक्ति से कार्यवाही के निर्देश जारी किए हैं। अब देखना यह है कि ललन को न्याय मिल पाता है या वह फिर दर-दर की ठोकर ही खाता रहेगा। यह है पूरा मामलाअनपढ़ अशिक्षित आदिवासी लल्लन कोल को जब अपने गाड़ी कमाई की पैसे मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही थी तब वह न्याय पाने के लिए इस धोखाधड़ी की शिकायत थाना प्रभारी कोतमा से करते हुए बताया कि वह जमुना कॉलरी के 5/6 नंबर खदान में कार्य करता था जो वर्ष 2014 में सेवानिवृत्त हो चुका है। वह अनपढ़ है और किसी तरह अपना हस्ताक्षर करना सीख लिया था सेवानिवृत्त के बाद जो पैसा उसे मिला वह पैसा वह भारतीय स्टेट बैंक कोतमा के अपने बचत खाता नंबर 10924659324 मे जमा किया था जमा राशि में से 5 लाख को 5 वर्ष के लिए फिक्स करने के लिए माह फरवरी 2015 में जब वह बैंक गया तब वहां पर विजय गौतम बाबू मिला और मुझसे कहा कि ठीक है आपका 5 लाख एसबीआई में फिक्स करा देता हूं। उसके बाद वह बैंक के कुछ कागजातों में मेरे से हस्ताक्षर कराया और कहा कि फिक्स डिपॉजिट के कागजात तुम्हें बाद में मिलेगा और तुम्हें उक्त फिक्स डिपॉजिट का हर माह ब्याज मिलेगा। इसके बाद मैं वापस अपने घर चला गया मैं करीबन 2/3 माह तक बैंक जाकर विजय गौतम से फिक्स जमा का कागज की मांग किया तब वह हर बार मेरे को यही कहता कि तुम्हें ब्याज मिल रहा है फिक्स जमा का कागज बाद में मिल जाएगा। तब मैं निश्चित रहा मुझे विजय गौतम कैशियर भारतीय स्टेट बैंक कोतमा द्वारा 2 माह तक 5/5 हजार रुपए बैंक से ब्याज भी दिया है। इसके बाद विजय गौतम ने 2 वर्ष के बाद मुझे एक एस के्रडिट को ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड का 3 पन्ने का कागज दे दिया और कहा कि तुम्हारा 5 लाख यस बैंक में जमा है मैं गरीब आदमी हूं। दाने-दाने के लिए मोहताज हूं मेरा 5 लाख विजय गौतम बाबू भारतीय स्टेट बैंक शाखा कोतमा के द्वारा बिना मेरी जानकारी के छल कपट पूर्वक मेरे बचत खाते से 5 लाख यस बैंक में जमा करा दिया और जब पहले मैं अपना पैसा मांगने जाता तब वह कहता कि तुम्हारा पैसा ब्याज सहित मिल जाएगा चिंता मत करो लेकिन जब काफी समय बीत जाने के बाद अब वह कह रहा है है कि यस बैंक का केस चल रहा है जीतने के बाद तुम्हारा पैसा मिलेगा। किया विश्वासघातलल्लन कोल ने बताया कि जब वह कालरी में डियूटी करता था तब अपनी तनख्वाह लेने जब कोतमा स्टेट बैंक जाया करता था तब वहां पर पदस्थ विजय गौतम बाबू पहले भी पैसा निकासी फार्म में साइन कराकर उसे तनखा दे दिया करता था और वह एसबीआई में पदस्थ था इसलिए उसके ऊपर ललन कोल को भरोसा था लेकिन उसके विश्वास के साथ विश्वासघात करते हुए ठगी की गई है। न्याय पाने लगाई गुहार 5 लाख की धोखाधड़ी का शिकार हुए आदिवासी परिवार ललन कोल ने अपनी पत्नी के साथ जिसे की नेत्र से बहुत कम दिखता है। वह कोतमा थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराते हुए निवेदन किया कि विजय गौतम के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करते हुए मुझे न्याय दिलाया जाए। ज्ञात हो कि इस तरह के कोयलांचल क्षेत्र में अन्य कई और मामले हैं जिनके साथ भी इस तरह की धोखाधड़ी की गई है जो गहन जांच का विषय है। *********************
फोन उठाने से बचता रहा जब उक्त मामले को लेकर विजय गौतम से संपर्क किया गया तो विजय गौतम के द्वारा फोन नहीं उठाया गया। इससे सब जाहिर होता है कि कहीं न कहीं दाल में कुछ काला है।
इनका कहना है- ललन कोल के द्वारा शिकायत प्राप्त हुई है। उसकी तत्काल जांच कर उचित कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
राकेश कुमार वैश्यथाना प्रभारी कोतमा
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अगर विजय गौतम कैशियर ने द्वारा ललन कोल का पैसा धोखाधड़ी कर यस बैंक में जमा कराया गया है तो उसकी शिकायत थाने में करवाइए और उसकी जांच में सब सामने आ जाएगा। पुलिस की जांच में हम भी सहयोग करेंगे।
देवेंद्र कुमार बागडेमुख्य प्रबंधक, एसबीआई कोतमा