शहडोल में है भाजपा के अजब कायदे….गजब कायदे @ पति बनेंगे फिर उपसरपंच और पत्नी पार्षद के बाद अध्यक्ष की दौड़ में!!

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पति बनेंगे फिर उपसरपंच और पत्नी पार्षद के बाद अध्यक्ष की दौड़ में!!

शहडोल। चाल-चरित्र और चेहरे का नारा लेकर सत्ता में आई भाजपा ने मानो इस नारे से जैसे किनारा कर लिया हो, कभी जिले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत रही बकहो में भी नगरीय निकाय चुनाव होने जा रहे हैं, यहां के वार्ड नंबर 04 से भाजपा ने जिस महिला नेत्री का नाम पार्षद के टिकट के लिए सबसे आगे रखा है, उसके पति बरगवां 18 के ग्राम जमुड़ी से पंच का चुनाव लड़ रहे हैं। कभी एक व्यक्ति और एक पद तथा परिवारवाद का विरोध करने वाली भाजपा को शायद अब इन नारों और विचारधारा से कोई सरोकार नहीं रहा है।

ग्राम पंचायत की मतदाता सूची , जहां आज भी है

 बकहों के संभावित बीजेपी प्रत्याशिवका नाम

 

 

 

इधर बकहो नगर परिषद में पति की

 जगह ,पहचान छुपाने के लिए लिखाया

 बीते माहों में  मतदाता सूची में पिता का

 नाम

पति को पंच के लिए मिला यह निशान


मण्डल अध्यक्ष का अभयदान
बकहो नगर परिषद के वार्ड नंबर 4 से श्रीमती रेखा महेन्द्र सिंह ने पार्षद का पर्चा भाजपा पार्टी का उल्लेख कर दाखिल किया है, पार्टी ने भले ही टिकट तय नहीं की है, लेकिन मण्डल अध्यक्ष के साझा कारोबारी बरगवां-18 ग्राम जमुड़ी के उपसरपंच महेन्द्र सिंह ने पार्टी से बकहो नगर परिषद अध्यक्ष बनाने के लिए कदम आगे बढ़ा दिये हैं, सोशल मीडिया पर पार्टी के झण्डे के साथ प्रचार भी हो रहा है, मजे की बात तो यह है कि महेन्द्र सिंह बरगवां-18, जमुड़ी वार्ड नंबर 09 से पंच पद का चुनाव लड़ रहे हैं और उन्हें फावड़ा चुनाव चिन्ह भी दिया गया है। पंचायत की मतदाता सूची में उनकी पत्नी श्रीमती रेखा सिंह का नाम 1505 क्रमांक, गृह क्रमांक 88 तथा परिचय पत्र क्रमांक डीजेएचओ 716241 है। जबकि नगर परिषद बकहो में महेन्द्र सिंह के पूरे परिवार व खानदान में से सिर्फ श्रीमती रेखा सिंह का अकेले नाम दर्ज है। देखना यह है कि पार्टी यहां के पूर्व भाजपा कार्यकर्ता, पदाधिकारियों पर विश्वास दिखाती है या फिर दूसरी पंचायत से अवैधानिक तरीके से चुनाव मैदान में उतरे प्रत्याशी पर अपना दांव खेलती है।

यहां तो, पार्षद नहीं अध्यक्ष की है दौड़


नगर परिषद बकहो के अध्यक्ष की कुर्सी अनारक्षित महिला होने के कारण 15 वार्ड में पार्षद कम, सीधे अध्यक्ष पद के दावेदार ज्यादा नजर आ रहे हैं, मण्डल अध्यक्ष ने जहां वार्ड नंबर 04 से बाहरी प्रत्याशी श्रीमती रेखा सिंह को अभी से ही परिषद का अध्यक्ष घोषित कर दिया है, वहीं वार्ड नंबर 06 से कभी शराब व कबाड़ के कारोबारी रहे बद्री पाण्डेय ने अपनी पत्नी श्रीमती रेणू पाण्डेय को चुनाव मैदान में उतार दिया है। हालाकि अन्य कई वार्ड भी हैं, जहां अध्यक्ष का सपना संजोये प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं, लेकिन वार्ड नंबर 06 से कभी भाजपा की बहुचर्चित नेत्री लक्ष्मी केवट पंचायत काल में दो बार यहां प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं, आपसी गुटबाजी और सीधे चुनाव न होने के कारण अब पार्षदों के बाद अध्यक्ष की कुर्सी के लिए होने वाली खरीद-फरोख्त ने बद्री पाण्डेय और उनकी पत्नी के लिए जेल तक जाने वाली लक्ष्मी केवट को आज उन्हीं के द्वारा बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। राजनीति में न तो कोई किसी का दोस्त होता है और न ही कोई दुश्मन, वार्ड नंबर 06 से भाजपा के एक और दावेदार और कभी शराब कारोबारी रहे ब्रजकिशोर यादव भी बद्री पाण्डेय के साथ खड़े नजर आ रहे हैं, इधर जिला भाजपा ने न तो, लक्ष्मी केवट की टिकट काटी है और न ही बद्री या ब्रजकिशोर यादव के नाम पर मोहर लगाई है, लेकिन धनकुबेरों ने कोयलांचल की राजनीति और उसका भविष्य मतदाताओं की मंशा को दरकिनार कर पहले ही लिख दिया है।

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