पुलिस की संदिग्ध कार्यशैली बनी चर्चा का बिषय @ अबैध कारोबारी काट रहे चांदी….आमजन परेशान !

(सतीश तिवारी)
ब्योहारी- पुलिस मस्त वसूली में, चोर व्यस्त है चोरी में, नेता लगे झखोरी में, जनता पस्त बस भागदौड़ी में!
वर्तमान में पुलिस व्यवस्था पूरी तरह फेल चल रही है। जिससे यहां अराजक तत्वों के हौसले बुलंद है। पुलिस की नाकामी से क्षेत्र में आये दिन हो रही चोरी उठाईगीर की घटनाओ में आई बाढ से जहां लोग परेशान हैं। वही पुलिस जुंआ सट्टा रेत गांजा दबाई के तस्करों से अपना जेब भरने में लगी हुई है। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो इस समय यहां पदस्थ पुलिस के कुछ सिपाही तस्करों से मासिक वसूली करने में लगे हुए हैं। क्षेत्र में अवैध रेत का परिवहन करने वाले ट्रैक्टरों से प्रतिमाह 8000/- रुपये की बसूली होती है। इस काम में लगे सैकडों अबैधरेत के ट्रैक्टर सड़क में दौडते कभी भी देेखे जा सकते है।
यहां तीन साल से बंद सट्टा बाजार में फिर रौनक देखी जा रही है। पूर्व थाना प्रभारी के समय यहां सट्टा जुंआ रेत व नशे के अबैध कारोबार में गिरावट दिखी थी। जो यहां के माननीय को रास नही था। वर्तमान समय में पुलिस की अनदेखी कहें या सांठगांठ यहां अबैध कारोबार की बाढ सी आ गई है। जगह जगह सट्टा पट्टी कट रही है जुंआफड चल रहे है। नशीली सामग्री खुलेआम मनमानी दाम में बिकती है। पुलिस अबैध कारोबारियों से तालमेल बना केवल अपना जेब भरने में लगी है। कुछ मामलों में पुलिस मनमाफिक कार्यबाही करते हुए वास्तविक फरियादी को आरोपी और आरोपी को फरियादी बना देती है। वर्तमान समय में शिकायत की आनलाइन एफआईआर दर्ज कराने माननीय का फोन या जेब भारी होना जरुरी है। नही प्रार्थी का चक्कर लगना तय है।
पुलिस ज्यादातर मामले लेनदेन से थाने में ही निपटा देती है।अब क्षेत्र में चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था दे पाने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है। इन सब कुप्रबंधन की बजह स्थानीय लोग सत्तारूढ दल के युवा विधायक की उदासीन कार्यशैली और मामलों में दखलंदाजी को माना जा रहा है। पुलिस की संदिग्ध कार्यशैली यहां चर्चाओ का विषय बनी हुई है।।