विश्वविद्यालय में विद्या परिषद की छठवीं बैठक का हुआ समापन

आशीष कचरे 9406677672
शहडोल। पंडित एसएन शुक्ला विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. रामशंकर की अध्यक्षता में 26 मई को अपरान्ह 4 बजे
विश्वविद्यालय के सभागार में विद्या -परिषद की छठवीं बैठक संपन्न हुई । बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए
गए उनमें विभिन्न विषयों के अध्ययन मंडलों द्वारा सत्र 2022-23 के पाठ्यक्रमों में किए गए आंशिक संशोधन और
नवाचार का अनुमोदन किया गया। सत्र 22-23 विश्वविद्यालय द्वारा संचालित विश्व में प्रश्न पत्रों के पाठ्यक्रम का
अनुमोदन किया गया। आरडीसी द्वारा अनुमोदित विभिन्न विषयों के नवीन शोध निर्देशकों को को स्वीकृत किया
गया तथा भारत के राजपत्र में प्रकाशित पीएचडी उपाधि हेतु न्यूनतम मापदंड और प्रक्रिया से संबंधित जानकारी का
अनुमोदन किया गया। मुख्य रूप से कुलसचिव डॉ. आशीष तिवारी द्वारा सत्र 23- 24 के लिए डिप्लोमा पाठ्यक्रमों
का प्रस्ताव रखा गया, जिसमें लोक प्रशासन में 1 वर्षीय डिप्लोमा, बायोइंफोमाटिक्स, पत्रकारिता एवं जनसंचार में 1
वर्षीय डिप्लोमा ,जनजाति संस्कृति एवं विकास प्रबंधन में पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा, सुगम संगीत में 1 वर्षीय
डिप्लोमा, आपदा प्रबंधन में 1 वर्षीय डिप्लोमा, पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट ,डिप्लोमा इन
डाटा साइंस, डिप्लोमा इन एआई, डिप्लोमा इन वेब डिजाइनिंग एंड ऑफिस ऑटोमेशन ,डिप्लोमा इन साइबर
सिक्योरिटी डिप्लोमा इन इंडियन मैथमेटिक्स, विषयों में विश्वविद्यालय द्वारा नवीन सत्र में 1 वर्षीय डिप्लोमा
पाठ्यक्रमों को संचालित किया जाएगा सभी संकाय के सभी विषयों में 10 प्रतिशत सीट बढ़ाने का अनुमोदन किया
गया। अंत में अकादमिक प्रभारी प्रो. विक्रम सिंह ने अकादमिक विभाग के नवाचारों के विषय मे जानकारी दी। बैठक
में कुलपति द्वारा सदन को सम्बोधित करते हुए नवाचारों से संबंधित कई निर्देश दिए और सभी का मार्गदर्शन किया।
बैठक में मुख्य रूप से प्रोफेसर प्रमोद कुमार पांडे, प्रो. नीलमणि दुबे, प्रोफेसर तारामणि श्रीवास्तव, डॉ. अनिल कुमार
गुप्ता, प्रोफेसर करुणेश झा, डॉ. विनोद शर्मा, प्रोफेसर प्रवीण शर्मा, डॉ. सुनीता बाथरे, डॉ. आर. के. सोनी, डॉ. संगीता
मासी, डॉ. एम.के भटनागर, डॉ. कौशलेंद्र कुमार, डॉ. गीता सराफ, डॉ. मोहम्मद स्वालकिन खान, डॉ. जी. एस. सांड्या,
डॉ. एच. एल. मरावी, डॉ. आदर्श तिवारी की विद्या परिषद के सदस्यों के रूप में उपस्थित थे।