किताबों की जगह बर्तन धो रहे विद्यार्थी

Deepak Namdeo/Daikhal


अनूपपुर। शासन के सख्त निर्देश हैं कि किसी भी छात्र छात्राओं से अध्ययन के अलावा दूसरा कोई कार्य नहीं कराया जाए। कई स्कूल ऐसे भी है जहांं पर बच्चों के बर्तन धोने के लिए अलग कर्मचारी रखा गया है लेकिन कुछ स्कूल इन नियमों का पालन नहीं कर रहे। उसके बावजूद भी शासकीय प्राथमिक स्कूल दैखल में बच्चों से भोजन कराने के बाद मासूम बच्चों से जूठे बर्तन धुलवाए जा रहे हैं। बच्चों के द्वारा खतरे भरे कुएं से पानी निकालकर पानी पीते हैं और बर्तन धोते हैं। स्कूल प्रबंधन के द्वारा इतनी बडी लापरवाही बच्चों के साथ की जा रही है। शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए। क्योंकि शाला के शिक्षक भी देख रहे है कि नौनिहाल किताब कलम उठाने की जगह बर्तन धो रहे हैं। उसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती। बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि नियम विरुद्ध कार्य करने वाले पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए जिससे नौनिहालों का भविष्य अंधकारमय न हो सके।