नियमों को ताक में रखकर सरकारी भवन में मुफ्त में संचालित हो रहा अमृता विद्यालय

शिक्षा विभाग में झूठी जानकारी देकर मनमानी कर रहे अमृता पब्लिक स्कूल के संचालक
(Amit Dubey-)
शहडोल। जनपद पंचायत जयसिंहनगर के ग्राम ढोलर में निजी विद्यालय जुगाड के सरकारी भवन में संचालित हो रहा है, जबकि विद्यालय के संचालकों ने शिक्षा विभाग को दिये गये शपथ पत्रो में दूसरे भवन में इसे संचालित होने का उल्लेख किया। पंचायत के सचिव के कथित रिश्तेदार को पंचायत के अधीन सरकारी भवन खुद सचिव ने ही वरिष्ठो को अंधेरे में रखकर खैरात में दे दिया।
दबा दी आवाज
पंचायतों में शासन द्वारा तैनात सचिवो व रोजगार सहायकों की मनमानी कितनी बढ चुकी है, इसका अंदाजा ग्राम पंचायत ढोलर के इस मामले से लगाया जा सकता है, जिसमें पंचायत के सचिव तेजराम द्वारा अपने रिश्तेदार को मनमाना पंचायत का प्रस्ताव बनवाकर सरकारी भवन निजी विद्यालय के लिए दे दिया गया। ग्रामीणों द्वारा मामले के खिलाफ आवाज उठाई गई, लेकिन उस आवाज को गांव में दबा दिया गया।
लगाये झूठे दस्तावेज
कक्षा नर्सरी से पांचवी तक संचालित अमृता पब्लिक स्कूल के संचालकों द्वारा बच्चो को शिक्षा और संस्कार देने का दावा कर अभिभावकों से मोटी फीस तो वसूली जा रही है, लेकिन घटना का पहलू यह भी है कि विद्यालय की बुनियाद ही झूठे शपथ पत्र पर टिकी हुई है, नियमत: कोई भी सरकारी भवन इस तरह के निजी विद्यालय के संचालन के लिए नही दिया जा सकता। खबर तो यह भी है कि संचालकों द्वारा संचालन के लिये शिक्षा विभाग में जो शपथ पत्र दिया गया है उसमें किसी अन्य भवन का उल्लेख करते हुए झूठे दस्तावेज लगाये गये है, झूठ की बुनियाद पर शुरू हुये विद्यालय में अध्ययनरत बच्चो को संचालक क्या शिक्षा दे पायेंगे यह समझ से परे है।
इनका कहना है…
जानकारी हमारे संज्ञान में आई थी, हमने जनपद में इसकी मौखिक सूचना दी थी, लेकिन नियमों के विपरीत विद्यालय का संचालन कराया जा रहा है। जल्द ही कार्यवाही की जायेगी।
ओम प्रकाश तिवारी
बीआरसी