मोटर सायकल चलाकर प्रमाण पत्र लेने आये शिवराज सिंह

(Anil Tiwari+7000362359)
शहडोल। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में रहने वाले शिवराज सिंह ने 7 साल पहले वर्ष 2013 में शहडोल के श्री राजेन्द्र कटारे शिक्षा महाविद्यालय से बीएड की परीक्षा उत्र्तीण की थी, उत्तरप्रदेश में सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा 2019 में शिवराज सिंह का चयन हुआ, जिसके बाद अन्य दस्तावेजों के साथ ही महाविद्यालय की एनसीटीई से संबद्धता व मान्यता के दस्तावेज भी जनपद गोरखपुर के द्वारा आवेदक से चाहे गये थे।
अन्य दर्जनों छात्रों की तरह शिवराज ने भी अपने-अपने महाविद्यालयों से उक्त संबद्धता की प्रति चाही, लेकिन कटारे बीएड कॉलेज के द्वारा जब यह प्रति उपलब्ध नहीं कराई गई तो, रविवार की रात शिवराज सिंह अपने दो पहिया वाहन पर चल कर आज सुबह 300 किलोमीटर से अधिक का सफर तय कर शहडोल पहुंचा, लेकिन बीएड कॉलेज के कार्यालय में बैठे लिपिक व अन्य जिम्मेदारों ने शिवराज सिंह को लॉक डाउन का बहाना बताकर दो टूक में वहां से चलता कर दिया।
शिवराज सिंह ने बताया कि आगामी 3 जून को उसे दस्तावेज सम्मलित करने हैं अन्यथा उसके हाथ आई नौकरी चली जायेगी, पूर्व में लॉकडाउन के कारण काफी प्रयासों के बाद भी वह अंतर्राज्जीय बार्डर पार कर मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में आने में असमर्थ रहा। शिवराज ने बताया कि उसके घर में उसकी विकलांग मां और बूढ़ा पिता है, जिन्होंने कर्ज लेकर किसी तरह उसकी पढ़ाई पूरी करवाई थी, कई सालों तक फार्म भरने और प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के बाद आज नौकरी मिलने का अवसर सामने आया है, उसने बताया कि कई मिन्नते करने के बाद भी महाविद्यालय में बैठे अधिकारियों व कर्मचारियों ने मजबूरी तक नहीं समझी।
उसने बताया कि सोनू कटारे से मेरी फोन में बात हुई, फिर भी उसने मजबूरी नहीं समझी, मैं कॉलेज के मालिक विश्वनाथ कटारे से भी संपर्क करने का प्रयास किया, पर संपर्क नहीं हो पा रहा है। 300 किलोमीटर चलकर अंजान शहर में अकेला हूं, न रात गुजारने के लिए कोई छत है और न ही खाने के लिए भोजन आदि की व्यवस्था है।
कालेज प्रबंधन से दर्जनों मिन्नते करने के बाद जब थक गया तो, उसने प्रयागराज जिले के कोरांव विधानसभा जहां से वह यहां आया था, वहां के स्थानीय भाजपा विधायक राजमणि कोल से संपर्क किया, उसने जयसिंहनगर के भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री जयसिंह मरावी का नंबर देते हुए युवक की मदद करने का अनुरोध किया, शाम 5 बजे के आस-पास शिवराज सिंह जयसिंह मरावी के पास मदद के लिए पहुंची, लेकिन बेरोजगार की किस्मत यहां भी दगा दे गई, विधायक किसी कार्यवश ग्रामीण क्षेत्र में भ्रमण के लिए गये थे, जिस कारण उसे यहां से भी न्याय नहीं मिल सका, हालाकि वहां मौजूद क्षेत्रीय सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह के निज सचिव डी.जी. सिंह ने युवक की व्यथा सुनने के बाद उसकी मदद के लिए हाथ बढ़ाये हैं।