विधायक के टीप के बावजूद जिला पंचायत में धूल खा रही शिकायत

ग्राम पंचायत चांदपुर के रोजगार सहायक के खिलाफ सरपंच ने खोल दिया मोर्चा
(विपिन शिवहरे+91 79871 71060)
उमरिया। सरकार गांवो में विकास की गंगा बहाना चाह रही हैं और इसके लिये प्रतिवर्ष लाखों रुपए का बजट आवंटित किया गया, लेकिन जिले की पाली जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत चांदपुर पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक की खाऊ कमाऊ नीति के चलते सरकार की मंशा को ग्रहण लगाकर सरकारी धन का बंदरबांट कर लिया गया, गांवो का विकास हकीकत के धरातल से कोसों दूर दिखाई पड़ रहा है। हालाकि यह कोई नया मामला नहीं है, जिले की लगभग ग्राम पंचायतों में कई प्रकार के भ्रष्टाचार के खेल चल रहे हैं, इसकी जानकारी जनपद से लेकर जिले में बैठे जिम्मेदारों को भी है, लेकिन शिकायतों के बावजूद जिम्मेदार धृतराष्ट बने बैठे हैं।
विधायक की टीप भी बेअसर
बिरसिंहपुर पाली जनपद की ग्राम पंचायत चांदपुर के रोजगार सहायक अशोक सिंह पिता सुग्रीम सिंह निवासी चांदपुर के खिलाफ और किसी ने नहीं ग्राम पंचायत के सरपंच ने मोर्चा खोला हुआ है, मजे की बात तो यह है कि इस पत्र में भाजपा विधायक शिवनारायण सिंह द्वारा आश्यक कार्यवाही के लिए टीप किया हुआ है, लेकिन जिले में अफशाही इतनी हावी हो चुकी है कि सत्ता दल के विधायक और ग्राम पंचायत के सरपंच की प्रमाणित भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद भी जिला पंचायत में बैठे जिम्मेदार कार्यवाही करने की जहमत नहीं उठा पा रहे हैं।
नहीं बांटा राशन
ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा 10 जुलाई को जिला पंचायत कार्यालय में शिकायत की थी, उसमें उल्लेख किया गया था कि अशोक सिंह द्वारा प्रधानमंत्री आवास में आधार कार्ड फीड कराने का एक-एक हजार रूपये की मांग करते हैं, कुछ लोगों से पैसा ले भी लिया गया है, साथ ही शासन द्वारा दिये जाने वाला पांच किलो राशन लोगों को नहीं मिला, रोजगार सहायक द्वारा कई लोगों की पर्ची ही नहीं बनाई , ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक द्वारा कहा जाता है कि यह बैगा जाति है, इनको एक-एक हजार रूपये महीना मिलता है।
नहीं मिली अभी तक मजदूरी
कोरोना काल में ग्राम पंचायत को जहां मॉस्क, सेनिटाइजर, साबुन वितरित करना था, लेकिन उक्त चीजों का ग्राम पंचायत में वितरण नहीं किया गया, मनरेगा में काम करने वाले 8 से 10 लोगों को मॉस्क बांटा गया है, सरपंच का मानदेय 16 मार्च 2019 को 10500 आया है, लेकिन आज तक भुगतान नहीं कराया गया। पंचायत भवन में बाउन्ड्रीवाल का निर्माण होना था, जिसके लिए गड्ढे खुदवाये गये थे, जिसकी मजदूरी आज तक नहीं दी गई, साथ ही बाउण्ड्री का टीएस 6 माह पहले हो चुका है, लेकिन सरपंच द्वारा कहा जाता है कि बाउण्ड्री बनाया जाये तो कथित रोजगार सहायक कहता है कि खाता में रूपये नहीं है, जबकि पंचायत के खाते में 25-26 लाख रूपये हैं।
पुराने को बना दिया नया
सरपंच और उपसरपंच द्वारा शिकायत पत्र में उल्लेख किया गया कि कथित रोजगार सहायक द्वारा पुराने मकानों को प्रधानमंत्री आवास के नाम पर नाम पर छपाई करवाकर राशि भुगतान कराकर गबन किया गया है, आये दिन ग्रामवासियों से विवाद किया जाता है, ग्राम पंचायत की जनता रोजगार सहायक के कारनामों से परेशान है, सरपंच ने आरोप लगाया कि रोजगार सहायक द्वारा नाजायज तरीके से राशि की मांग की जाती है, साथ ही धमकी दी जाती है कि जब तक मैं नहीं चाहूंगा, तुम लोगों का काम नहीं होगा। लेकिन 10 दिन बीतने के बाद भी जिला पंचायत पंचायत में बैठे जिम्मेदारों को शिकायत की सुध तक नहीं है।