छात्रों ने किया तीर्थंकर महावीर पुरातत्व संग्रहालय का शैक्षणिक भ्रमण

शहडोल। शासकीय हाई स्कूल पुलिस लाइन में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को संस्था की प्राचार्य श्रीमती सावित्री शुक्ला के निर्देशानुसार पुरातत्व संग्रहालय का शैक्षणिक भ्रमण को कराया गया। भ्रमण के मुख्य उद्देश्य बच्चो को अपनी पुरानी कला एवं इतिहास की जानकारी देना था । विद्यालय में पदस्थ सामाजिक विज्ञान की शिक्षिका श्रीमती अनिता पांडेय द्वारा बच्चो को पुरातत्व संग्रहालय में रखी हुई वस्तुओं की विस्तृत जानकारी दी। पुरातत्व संग्रहालय में सेवानिवृत्त वरिष्ठ मार्गदर्शक डॉ.् रामनाथ सिंह परमार द्वारा पुरातत्व संग्रहालय के बारे में बताया कि इसकी स्थापना 1983 में हुई थी और इसके अलावा भी उन्होंने संग्रहालय से संबंधित कई प्रकार की रोचक जानकारी छात्रों को दी तथा छात्रों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का भी समाधान किया। श्री परमार ने बताया कि संग्रहालय में 10वीं एवं 11वीं शताब्दी की ताँबे, चाँदी के सिक्के एवं मूर्तियों को संग्रहित किया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि आदिमानव कालीन शिकार करने के औजार, आग जलाने वाले पत्थर एवं करोड़ो वर्ष पुराने शंख तथा नारियल का जीवाश्म वहां पर संग्रहित करके रख गया है। यह पर भगवान श्री विष्णु जी की दशावतार मूर्ति, भगवान शंकर एवं भगवान विष्णु जी की साथ में एक मूर्ति, भगवान नरसिंह की मूर्ति तथा और भी अनेक पुरानी वस्तुओं का संग्रह किया गया है। पुरातत्व संग्रहालय में संग्रहित वस्तुओं की सुरक्षा एवं देख -रेख वहाँ पदस्थ रामलाल प्रजापति, संजय उइके एवं श्रीमती कलाबाई धुर्वे द्वारा की जाती है। पुरातत्व संग्रहालय के शैक्षणिक भ्रमण का मुख्य उद्देश्य छात्रों को अपने इतिहास से परिचित कराना था और इस भ्रमण में छात्रों को अपने इतिहास की कई रोचक जानकारियाँ प्राप्त हुई । इस कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षक संतोष कुमार मिश्रा, आभा तिवारी, आभा सिंह, रीता श्रीवास्तव एवं शक्ति द्विवेदी उपस्थित रहे ।