शहडोल जिला नहीं है,तो आप अनूपपुर में ज्ञापन लेने क्यों आईं : गोगपा की महिला तहसीलदार को दो टूक


सैकड़ा भर से अधिक महिला और पुरुष किसान इस धरने में शामिल हुए, धरना शुरू होते ही तेज पानी और अंधड़ शुरू हो गया है, बावजूद इसके गोंडवाना के कार्यकर्ता और ग्रामीण भारी बारिश में कार्यक्रम स्थल पर डटे रहे।
धरना शांत कराने और ज्ञापन लेने कॉल प्रबंधन की ओर से रामपुर बटूरा कोल उपक्षेत्र के उप क्षेत्रीय प्रबंधक मौके पर तो पहुंचे लेकिन कोई भी प्रशासनिक अमला समय पर पहुंचने ना पहुंचने के कारण गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पदाधिकारी और आंदोलनकारी नाराज हो गए ।

काफी देर से बुढार क्षेत्र की नायब तहसीलदार मौके पर पहुंची और उन्होंने आंदोलनकारी से चर्चा की इस दौरान आंदोलनकारी ने देर से आने पर नाराजगी जताई तो तहसीलदार महोदय ने उन्हें कहा कि जहां ज्ञापन दे रहे हैं वह शहडोल नहीं है, अनूपपुर जिले की सीमा है, इतना सुनते ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पदाधिकारी बिफर उठे उन्होंने तहसीलदार को दो टूक सुनाते हुए कहा कि यदि अनूपपुर है तो आप ज्ञापन लेने क्यों आई है, अनूपपुर वालों को भेजिए।
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का विरोध और धरना प्रदर्शन पूर्व के आंदोलन और धरना प्रदर्शनों उनके अन्य प्रदर्शनों की तुलना में काफी शांत रहा, हालांकि उन्होंने मंच से अपने उद्बोधन में जमकर जिला प्रशासन और कोल प्रबंधन को कोसा,लेकिन वह अपनी मांगों से भटके नहीं, इस दौरान कोल प्रबंधन और जिला प्रशासन को ज्ञापन की सौंपा गया, धरना प्रदर्शन के दौरान अमलाई थाना प्रभारी जे पी शर्मा दल बल के साथ मौजूद है, सौंपे गए ज्ञापन में मुख्य रूप से निम्न मांगे रखी गई।
– रामपुर बटुरा खुली खदान में अर्जित ग्रामों के पुर्नवास, मकान का मुआवजा एवं रोजगार एवं अन्य समस्याओं के निराकरण होने तक खदान बन्द करने हेतु दिए गए ज्ञापन दिया गया इसमें
एसईसीएल सोहागपुर क्षेत्र अन्तर्गत रामपुर बटुरा परियोजना में अर्जित ग्रामों रामपुर, बेलिया, कोदैली, अतरिया, बिछिया तथा खैरबना के संबंध में निम्नानुसार बिन्दुवार समस्याओं को दस बिंदुओं से अवगत कराया गया….
1. ग्राम रामपुर तथा बेलिया की भूमियों का अर्जन क्रमशः दिनांक 14.01.2011, 30.03.2015 एवं 30. 07.2015 को सेक्शन 9 (1) की धारा लगाकर अर्जन किया गया है एवं सेक्शन 9 (1) अर्थात अर्जन हेतु अंतिम प्रकाशन 21.01.2016 को किया गया है अतः रामपुर बेलिया की अर्जित समस्त भूमियों पर सेक्शन 9 (1) की अंतिम तिथि 21.0.2016 मानकर रोजगार प्रदान किया जाए।
2. ग्राम-रामपुर तथा बेलिया की सीमा तक ख्दान का संचालन हो रहा है जिसके कारण होने वाले ब्लास्टिंग से मकान क्षतिग्रस्त हो रहे हैं जिससे जानमाल का खतरा बना हुआ है, किन्तु आज दिनांक तक उपरोक्त दोनों ग्रामों मकानों, कुआँ बोर एवं अन्य परिसम्पत्तियों का मुआवजा एवं पुर्नवास की राशि प्रदान नहीं की गई है, और न ही बसाहट हेतु चिन्हित भूमि पर कोई विकास कार्य किया गया है।
3. ग्राम बेलिया के वृक्षों का मुआवजा आज दिनांक तक पूर्णतः लंबित है।
4. पुर्नवास की राशि वर्ष 2012 के आधार पर 3.00 लाख प्रदान न करते हुए आज दिनांक के आधार पर गणना कर प्रदान कराई जाए।
5. ग्राम रामपुर की कुछ भूमि अधिग्रहण क्षेत्र की सीमा में है किन्तु उनका मुआवजा एवं रोजगार नहीं दिया गया है।
6. रोजगार प्रक्रिया में एडीसी एवं एपेक्स के नाम से महीनों तक बेरोजगारों को परेशान किया जाता है।
7. उपरोक्त अर्जित ग्रामों के अर्जित भूमि के एवज में रोजगार प्राप्त करने वाले सभी प्रभावितों को ओपन कास्ट में ही पदास्थापित किया जाए।
8. ग्राम कौदेली की डीआरआरसी शीघ्र कराई जाए।
9. ग्राम अतरिया, बिछिया तथा खैरबना के अर्जित भूमियों का मुआवजा शीघ्र प्रदान किया जाए एवं डीआरआरसी कर रोजगार प्रदान किया जाए।
10. रामपुर बटुरा परियोजना में नियोजित निजी कम्पनियों में प्रभावित ग्रामों के ही बेरोजगारों को प्राथमिकता से रोजगार प्रदान कराया जाए किन्तु उपरोक्त परियोजना में नियोजित कम्पनियों में मनमानें ढंग से पैसे लेकर भर्ती की जा रही है जो आपत्तिजनक है।
उपरोक्त बिन्दुओं के निराकरण के संबंध में माननीय महामहिम को सम्बोधित ज्ञापन पत्र प्रेषित कर प्रभावित लोगों के समस्याओं का निराकरण शीघ्र अतिशीघ्र कराने की मांग की गई।