खाली कुर्सियों से झल्लाये रवि किशन , स्टार प्रचारक के सामने खाली रही कुर्सियां, नही चला भोजपुरी सुपरस्टार का जनता पर जादू
शहडोल। अनूपपुर विधानसभा चुनाव में बिसहुलाल सिंह तरफ से पसान नगरपालिका में प्रचार प्रसार करने आये स्टार प्रचारक रवि किशन का जादू अनूपपुर विधानसभा में फीका फड गया, खाली कुर्सियों को संबोधन करने के से झल्लाये रवि किशन। आम सभा मे नगरपालिका पसान में मंत्री बिसाहुलाल से जनता की नाराजगी सामने आई। अनूपपुर विधानसभा सीट में भालूमाड़ा के स्टेडियम में बिसाहूलाल के लिये जनता से मतदान का अपील करने आये मध्यप्रदेश ही नही देश के स्टारप्रचारक भोजपुरी सुपरस्टार और गोरखपुर सांसद रविकिशन अनूपपुर पहुचे थे जहां रवि किशन को नगर पालिका पसान अंतर्गत खाली कुर्सियों के सामने ही संबोधन शुरू करना पड़ा, भोजपुरी स्टार का जादू कलारी में रहने वाले भोजपुरी के सामने फीका पड़ गया। भोजपुरी सुपरस्टार रवि किशन के आने के आधे घंटे बाद तक मंच के सामने कुर्सियां खाली रहे इसके बाद सांसद रवि किशन भाजपा पदाधिकारी पर झल्ला गए, उन्होंने मंच से भी अपनी नाराजगी जाहिर की, रवि किशन ने बिसाहू लाल के लिए अपील जरूर की लेकिन मंच से समां बांधने में नाकामयाब रहे।
फीका पड़ रहा मंत्री के चहरे का रंग
आम सभा के दौरान खाली कुर्सियों ने यह तो स्पष्ट कर दिया है कि मंत्री के चेहरे का रंग अब चुनाव में फीका पड़ता नजर आ रहा है वहीं दूसरी पार्टियों उसे नाजुक समय का लाभ उठाने की कगार साबित हो रहा है। रवि किशन भले ही स्टार प्रचारक बन के आये हो लेकिन भोजपुरी मतदाताओं को रिझाने में रवि किशन असफल साबित होते दिख रहे हैं। दूसरी तरह कहा जाए तो मंत्री के चेहरे का रंग फीका पड़ता चला जा रहा है। मां से पहले ही रवि किशन ने बिसाहू लाल को बुद्ध बता दिया, वही जनता के सभा में रुचि ना लेना पसान नगर पालिका से भाजपा के विदाई का आसार नजर आ रहा है।
खाली कुर्सियों से भाजपा में बढ़ी चिंता की लकीरें
पसान नगर पालिका को भाजपा का गढ़ माना जाता है। लेकिन इस पंचवर्षीय चुनाव के समय पसान नगर पालिका में भाजपा कमजोर स्थिति में नजर आ रही है। भारतीय जनता पार्टी नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत इतने बड़े स्तर के आम सभा में न पहुंचना और आमसभा में रुचि ना लेना जनता और भाजपा के लिए चिंता की लकीरें खींच दी है। भारतीय जनता पार्टी के लिए मतदान मांगने आए रवि किशन ने भले ही बिसाहू लाल को विकास पुरुष बता दिया हो लेकिन जनता इसे मानने से रही, वहीं दूसरी ओर बिसाहू लाल के स्वयं के गांव में रोड का ना होना विकास की कहानियों को झूठलाता चला जा रहा है।