सोहागपुर जनपद की चंद पंचायतों में 40 लाख रुपए के गबन खुलासा

कार्यवाही की सूची में सिर्फ पंचायत के जिम्मेदार

(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। मुख्यालय की सोहागपुर जनपद की मुीभर पंचायतों ने सिर्फ शौचालयो के निर्माण में 40 लाख से अधिक का घोटाला किया है, भाजपा के शासनकाल में हुए इस घोटाले की सूची घोटालेबाजों के नाम सहित अब प्रकाश में आई है, लेकिन सवाल यह उठता है कि जब संभागीय मुख्यालय की जनपद में संभागायुक्त व कलेक्टर की नाक के नीचे सिर्फ शौचालय निर्माण की एक योजना में मुी भर पंचायतों ने इतना बड़ा कारनामा कर दिया, तो सुदूर की जनपदों व अनूपपुर व उमरिया की पहुंच विहीन पंचायतों में कितना बड़ा खेल हुआ होगा, यही नहीं कार्यवाही में सिर्फ पंचायत के सरपंच व सचिव की कटघरे में है, जनपद व जिंप में बैठे अधिकारी इससे परे क्यों है, यह समझ परे है।
श्यामडीह में होगी 2 लाख की वसूली
जनपद पंचायत सोहागपुर की जिन ग्राम पंचायतों के सरपंच और सचिव द्वारा राशि का गबन किया गया है उनकी सूची में जो नाम और राशि शामिल है उसमें श्यामडीह खुर्द ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती प्रेमवती गोंड़ सचिव अशोक द्विवेदी पर वसूली हेतु शेष राशि 2 लाख 21 हजार 860 रुपये है, श्यामडीह खुर्द के पूर्व सचिव अशोक द्विवेदी एवं सरपंच श्रीमती प्रेमवती गोंड़ को गबन राशि का दोषी पाया गया है उक्त सचिव वर्तमान समय में ग्राम पंचायत कठोतिया में पदस्थ है। ग्राम पंचायत खमरिया कला के सरपंच गोरेलाल बैगा सचिव सुखपाल टांडिया के ऊपर 3 लाख 23 हजार 410 रुपये की राशि गबन करने का आरोप है उक्त सचिव मौजूदा समय में ग्राम पंचायत चुनिया में पदस्थ हैं। ग्राम पंचायत अमरहा के सरपंच श्रीमती कु सुमी कोल सचिव शेख अब्दुल्ला 1 लाख 51 हजार 540 रुपए के गबन के दोषी पाए गए हैं, शेख अब्दुल्ला वर्तमान समय में ग्राम पंचायत कठौतिया में पदस्थ हैं। ग्राम पंचायत पोंगरी सरपंच श्रीमती मुन्नी बाई गोंड़ सचिव स्व. अमरनाथ चौधरी पर 87 हजार 233 के गबन का आरोप है।
लाखों करने होंगे वापस
ग्राम पंचायत बोडऱी के सरपंच श्रीमती मनकी कोल सचिव सतीश पांडे 10लाख 24 हजार 600 रुपये की राशि गबन के दोषी पाए गए हैं उक्त सचिव वर्तमान में ग्राम पंचायत शामतपुर में पदस्थ है। ग्राम पंचायत कंचनपुर के सरपंच दीमन बैगा सचिव शंभू प्रसाद शुक्ला पर 70 हजार 560 रुपये की राशि के गबन का दोष पाया गया है उक्त सचिव वर्तमान में ग्राम पंचायत विक्रमपुर में पदस्थ हैं। ग्राम पंचायत बमुरा के सरपंच कंतलाल कोल सचिव रामावतार कोल 1 लाख 50 हजार 620 रुपये की राशि के दोषी पाए गए हैं उक्त सचिव वर्तमान में जनपद पंचायत गोहपारू में पदस्थ है। ग्राम पंचायत हरदी-32 की सरपंच श्रीमती श्याम वती सचिव शेख अब्दुल्ला पर 67450 के गइन का दोष पाया गया है ग्राम पंचायत मझगवां की सरपंच श्रीमती बिल्लूबाई बैगा सचिव आनंद पांडे 13 लाख 79 हजार 220 रुपये के गबन के दोषी पाए गए हैं उक्त सचिव वर्तमान में ग्राम पंचायत बिजोरी में पदस्थ है। ग्राम पंचायत सारंगपुर की सरपंच श्रीमती गुलाब बाई कोल सचिव शेख अब्दुल्ला 2 लाख 27 हजार 900 रुपये के गबन के दोषी पाए गए हैं। इसी प्रकार ग्राम पंचायत उधिया के सरपंच जयपाल बैगा सचिव शंभू प्रसाद शुक्ला 1 लाख 75 हजार 350 रुपये की राशि गबन के दोषी पाए गए हैं उक्त सचिव वर्तमान में ग्राम पंचायत विक्रमपुर में पदस्थ है।
पूरी पंचायतों की हो जांच
शासन द्वारा जारी विभिन्न जन हितकारी एवं हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को नहीं मिल पा रहा है जबकि योजना मद में स्वीकृत राशि बराबर खर्च हो जाती है। उक्त राशि वास्तव में कहां जाती है और हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ क्यों नहीं मिल पाता है, इसकी एक बानगी हाल ही में देखने को मिली है जिसमें स्वच्छ भारत मिशन के तहत सरपंच और सचिव द्वारा लाखों रुपए का गबन किया गया है। यह सूची सिर्फ जनपद पंचायत सोहागपुर की है, पूरे जिले की ग्राम पंचायतों की यदि जांच कराई जाए तो उक्त रकम करोड़ो तक भी पहुंच सकती है।
खजाने में जमा करें राशि
उपरोक्त सरपंच सचिव के द्वारा योजनाओं के कार्यान्वयन में उदासीनता बरती गई तथा पर्याप्त अवसर के बाद भी स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को शौचालय का निर्माण नहीं कराया गया है मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत सोहागपुर को निर्देशित किया गया है कि उपरोक्त सरपंच-सचिवों से 7 दिवस के अंदर कार्यपूर्णता का प्रमाण पत्र प्राप्त करें और वसूली योग्य राशि वसूलकर खजाने में जमा कराएं।