प्रभारी ने सांठ-गांठ कर बदला शराब ठेकेदार का नाम!

इधर कई जगहों पर पैकारी और तस्करी को दे रहे अंजाम
शहडोल। जिले के जयसिंहनगर थाना अंतर्गत विगत दिनों लगभग 18 लाख रुपये का मसरुका सहित अवैध शराब जप्त करने का मामला सामने आया था, लेकिन उक्त जांच को अभी तक प्रभारी द्वारा ठोस नतीजे पर नहीं पहुंचाई जा सकी, हद तो तब हो गई जब इतने बड़े शराब के मामले पर शराब कारोबारी का नाम ही गलत दर्ज कर मामले को रफा-दफा कर सुनील सिंह सेंगर नामक फर्जी व्यक्ति को शराब का ठेकेदार बनाकर 34,2 की कार्यवाही भी कर दी गई । चर्चा है कि मौके से फरार हो गए ड्राइवर का नाम तो नहीं भूले, वही आबकारी विभाग से पूछताछ की जरूरत भी न समझते हुए प्रभारी राजेश चंद्र मिश्रा द्वारा शराब कारोबारी ठेकेदार विजय बहादुर सिंह पिता तेज भान सिंह का नाम बदलकर सुनील कुमार सेंगर कर दिया गया।
महीने का रास्ता खोला
ठेकेदार को बचाने का खेल-खुलेआम खेला जा रहा है, सूत्रों की माने तो प्रभारी द्वारा उक्त मामले में लेन-देन का खेल-खेला गया है और ठेकेदार से मधुर संबंध बना लिए गए हैं, जिससे आने वाले समय ने शराब की कालाबाजारी के लिए आगे के लिए रास्ता खोलकर महीना बांध लिया गया है, इतने बड़े मामले में पुलिस विभाग की साख पर बट्टा लगाने में प्रभारी द्वारा कोई कमी नहीं की गई है, अगर शराब के कालाबाजारी में बुढ़ार के आर्या कंपनी के ठेकेदार का नाम पता करना था तो, आबकारी विभाग के अधिकारी को बस एक फोन लगा कर पता कर सकते थे, लेकिन पता नहीं किस मजबूरी में प्रभारी ने इतना काम भी नहीं कर पाए।
10 पेटी में हुआ काम
शहडोल से रीवा की तरफ अवैध शराब लेकर जा रही यूटिलिटी पिकअप वाहन में लगभग 9 लाख 97 हजार के अवैध शराब पुलिस द्वारा पकड़कर कार्यवाही की गई। सूत्रों कि माने तो प्रभारी ने इतनी जल्दबाजी में कार्यवाही करने की योजना बनाकर किसी भी प्रकार की जांच में पहुंचने की कोशिश न करते हुए मामले को सांठ-गांठ करते हुए त्वरित कार्यवाही भी कर दी और जिस फर्जी व्यक्ति को ठेकेदार बनाया गया, जिससे ढूंढने में सालों लग जाएंगे, क्योंकि इस नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं।
मैनेजमेंट का चला खेल
थाना प्रभारी को शराब ठेकेदार का नाम मालूम नहीं था, लेकिन क्या आबकारी अधिकारी को भी इस बात की भनक नहीं थी कि कौन व्यक्ति बुढ़ार का ठेकेदार है और किसके नाम शराब की दुकान है, चर्चा है कि शराब ठेकेदारों की मदद लिए आबकारी अधिकारी ने पुलिस विभाग को गुमराह होने की स्थिति में भी सही जानकारी न देकर इस पूरे भ्रष्टाचार में पूरा साथ दिए हैं। सूत्रो द्वारा बताया जा रहा है कि जिस प्रकार से थाना प्रभारी को मैनेजमेंट के द्वारा खाना पूर्ति की गई है, उसी प्रकार आबकारी विभाग के अधिकारी को भी मैनेज किया गया है।
केशवाही दुकान से छत्तीसगढ़ भेजी जा रही शराब
बुढ़ार के शराब व्यवसायी विजय बहादुर सिंह जो रीवा जिले के रहने वाले हैं और जब से इनके द्वारा बुढ़ार का दुकान लिया गया है तब से रीवा, सतना सहित छत्तीसगढ़ राज्य की बॉर्डर इलाके केशवाही में दुकान होने का भरपूर फायदा उठाते हुए छत्तीसगढ़ राज्य पर बैखौफ तरीके से कालाबाजारी कर रहा हैं, केशवाही का आउट क्षेत्र छत्तीसगढ़ के कोरिया जिला से लगा हुआ है, सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि प्रतिदिन छत्तीसगढ़ की की गाडिय़ां केशवाही के शराब दुकान से शराब लोडकर जयसिंहनगर से अमझोर के रास्ते जनकपुर होकर कोरिया जिले एवं जैतपुर के जंगल के रास्तो से छत्तीसगढ़ तक शराब पहुंच रही है।
इनका कहना है…
वाहन मालिक और ड्रायवर पकड़ में आ चुके हैं, घर में ठेकेदार को सुनील सिंह सेंगर कहा जाता है, आधार कार्ड मिलने पर पुष्टि की जायेगी।
राजेश चंद्र मिश्रा
थाना प्रभारी, जयसिंहनगर
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पुलिस अधीक्षक के अवकाश से लौटते ही, उक्त मामले में ठेकेदार को ढूंढकर उचित कार्यवाही की जायेगी।
जी. जनार्दन
आईजी, शहडोल जोन