कटनी जिले में भी सनातन एकता पदयात्रा निकलेंगे पं. धीरेन्द्र शास्त्री, बिरूहली में किया ऐलान हमारी कोशिश है कि भारत हिंदू राष्ट्र बने ,सभी हिंदु जातपात का भेद छोड़कर एक हो -पं.धीरेन्द्र शास्त्री
कटनी जिले में भी सनातन एकता पदयात्रा निकलेंगे पं. धीरेन्द्र शास्त्री, बिरूहली में किया ऐलान
हमारी कोशिश है कि भारत हिंदू राष्ट्र बने ,सभी हिंदु जातपात का भेद छोड़कर एक हो -पं.धीरेन्द्र शास्त्री
कटनी। बिरूहली में तीन दिवसीय “उर्जा संचय समागम ” कार्यक्रम के लिए पहुंचे बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने तीसरे दिन आमजन मानस के लिए प्रवचन दिया उनको सुनने और देखने के लिए विजयराघवगढ़ विधानसभा सहित संपूर्ण कटनी जिले एवं बाजू के उमरिया जिले से भी हजारों की तादाद में भक्तों का जनसमूह पहुंचा था । इस अवसर पर क्षेत्र के प्रधानसेवक संजय पाठक एवं युवा समाजसेवी यश पाठक द्वारा महाराज जी के द्वारा भक्तों के बड़े विशाल जनसमूह को दर्शन एवं आशीर्वचन देने के लिए आभार जताया। पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बिरूहली के आसपास के वन से आच्छादित पर्यावरण को बचाए रखने की प्रशंसा करते हुए क्षेत्रीय लोगों को अभिनंदन किया और कहा कि बिरूहली संपूर्ण देश में प्राकृतिक सौंदर्य से समृद्ध अनूठा स्थान है।
हिंदू राष्ट्र का मतलब सबको लेकर चलना है
उन्होंने अपने पूरे प्रवचन के दौरान हिंदुत्व जनजागरण और हिन्दुओं की तरक्की को लेकर प्रवचन दिए. उन्होंने कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र के लिए हमारी कोशिश जारी है. भारत हिंदू राष्ट्र बने. हिंदू राष्ट्र का मतलब किसी मजहब के खिलाफ नहीं है. हिंदू राष्ट्र का मतलब सबको लेकर चलना है. यह भारत किसी का नहीं सबका है. सबके दादा परदादाओं ने आजादी के लिए युद्ध लड़े हैं. अपने प्राणों की आहुतियां दी हैं. हिंदुत्व का मतलब जीवन जीने की सही विचार धारा है. हिंदुत्व का मतलब अहिंसावादी जीवन है. हिन्दुत्व का मतलब सबको लेकर चलने का है. हिंदुत्व का मतलब भारत को विश्व गुरु बनाने की पहल है।
सनातन एकता पदयात्रा आयोजित करने का विचार, इस बार 108 आदिवासी कन्या विवाह
उन्होंने कहा कि कटनी का धर्म से बहुत लगाव है आगामी समय में यहां भी सनातन एकता पदयात्रा आयोजित करने का विचार है,बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं.धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने अपने प्रवचन के दौरान बागेश्वर धाम में आयोजित होने वाले छठे विशाल कन्या विवाह में शामिल होने का सभी को निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा “बागेश्वर धाम पर इस बार 251 कन्याओं का विवाह आयोजित होने जा रहा है. इसमें से 108 आदिवासी परिवार की बच्चियों की शादी होगी. इस बार हम बच्चियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आटाचक्की और सिलाई मशीन दे रहे हैं. आदिवासी समाज पिछड़ा और जंगलों में रहता है, इसलिए धर्म परिवर्तन कराने के लिए इन्हें भांति-भांति का लालच दिया जाता है ” सभी हिंदुओं को जातपात का भेद छोड़कर एक होना होगा।
जल्द ही कटनी एवं बिरूहली में संपूर्ण हनुमंत कथा का आयोजन करेंगे
हमने तैयारी कर ली है की अब भारत में जात पात, ऊंच नीच, छुआछूत, भेदभाव को मिटाना है। उन्होंने कहा कि आज सिर्फ कुछ घंटों का प्रवचन है जल्द ही बिरूहली एवं कटनी में संपूर्ण हनुमंत कथा का आयोजन करेंगे इस अवसर पर प्राकृतिक सौंदर्य से समृद्ध बिरूहली भक्ति भाव से परिपूर्ण तथा सम्पूर्ण परिदृश्य जय श्री राम के नारों से गूंजायमान हो उठा। ऊर्जा संचय समागम से संपूर्ण क्षेत्र में ऊर्जा का संचार लोगों ने प्रत्यक्ष महसूस किया। तथा इस आयोजन के लिए प्रधान सेवक संजय सत्येन्द्र पाठक ,यश पाठक का आभार जताया।