चिटफंड कंपनी के गिरोह पर रहे पैनी नजर: कुलश्रेष्ठ
अपराध संगोष्ठी में आईजी ने पुलिस अधीक्षकों को दिये अपराधों पर अंकुश लगाने के निर्देश
(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। पुलिस महानिरीक्षक आई.पी. कुलश्रेष्ठ ने बुधवार को जोनांतर्गत जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में अपराध गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें पी.एस. उईके पुलिस उप महानिरीक्षक शहडोल रेंज, कुमार सौरभ पुलिस अधीक्षक शहडोल, जे.एस. राजपूत पुलिस अधीक्षक अनूपपुर, डॉ. असित यादव पुलिस अधीक्षक उमरिया एवं शिवकुमार सिंह अति. पुलिस अधीक्षक डिण्डौरी उपस्थित रहे।
लंबित अपराधों की हो समीक्षा
जिले में एक वर्ष से अधिक अवधि के लंबित अपराधों के निराकरण हेतु तैयार कार्य योजना अनुसार अभियान चलाकर शत-प्रतिशत अपराधों का निकाल कराया जावे। उमरिया जिले के इंदवार थाने में अत्यधिक संख्या में अपराध लंबित हैं और चंदिया थाने में अत्यधिक संख्या में मर्ग लंबित हैं, जिनका अतिशीघ्र निकाल करायें। धारा 173(8) जाफौ के तहत् लंबित अपराधों के विवेचना की डायरी बुलाकर समीक्षा किया जाये तथा समुचित निर्देश दिए जाकर इनका निराकरण अतिशीघ्र सुनिश्चित करें।
चीटफंड कंपनी के गिरोह की करें पतासाजी
अधिक-से-अधिक जघन्य एवं सनसनीखेज अपराधों को चिह्नित अपराध की श्रेणी में रखा जाये। चिह्नित मामलों को पुलिस अधीक्षक विशेष रूप से स्वयं देखें और इनमें शत-प्रतिशत सजायाबी होना सुनिश्चित करें। महिला के विरुद्ध घटित अपराधों में कमी लाने हेतु अपराधों के कारणों की समीक्षा कर अपराधों पर नियंत्रण हेतु ठोस प्रयास किया जावे ताकि महिलाऐं भयमुक्त हो सके। महिलाओं से संबंधित अपराधों की रोकथाम हेतु स्कूल, कॉलेज, छात्रावासों के आसपास आने-जाने के समय आवारा तत्वों पर निगाह रखा जावे। नाबालिग लड़कियों एवं महिलाओं को बहला-फुसलाकर नौकरी एवं काम के बहाने बाहर ले जाने वाले गिरोह/एजेंटों की पतारसी कर उनके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जावे।
बदमाशों पर रखें निगाहें
जुआं, सट्टा के संचालन तथा गांजा के परिवहन एवं विक्रय पर सख्त कार्यवाही कर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जावे। अवैध मादक पदार्थों, ड्रग्स एवं जुंआ, सट्टा के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए विशेष अभियान के तहत् प्रभावी कार्यवाही करें। जिले में प्रमुख इंट्री प्वाइंट्स को चिह्नित करें एवं ऐसे स्थानों पर आकस्मिक चेकिंग कर अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्यवाही करें। थाना क्षेत्र में निवासरत अपराधिक तत्वों, गुण्डों एवं बदमाशों को चिह्नित कर उनके खिलाफ सख्त प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जाये तथा जिला बदर, एन0एस0ए0, धारा 110 जा.फौ. के तहत् प्रतिबंधक कार्यवाही कर बाउण्ड ओव्हर कराया जावे। गुण्डा/निगरानी बदमाश जो हाल ही में जेल से छूटे हों, उनकी सतत् निगरानी कर उनके विरूद्ध भी प्रभावी प्रतिबंधक कार्यवाही करें।
सड़क दुर्घटनाओं में लाये कमी
आदतन अपराधियों के अपराधिक रिकार्ड छांटकर नई निगरानी/गुण्डा फाईल तैयार किया जावे। शहर में जहां अधिक सड़क दुर्घटनाएं घटित होती हैं, ऐसे ब्लैक स्पॉट को चिह्नित किया जावे और दुर्घटना होने के कारणों की समीक्षा कर संबंधित विभागों के सहयोग से दुर्घटना कम करने का प्रयास किया जावे। विगत दिनों में शहडोल जिले में घटित चोरी की घटनाओं तथा अनूपपुर जिले में तार चोरी की घटनाओं में संलिप्त गिरोह का पता लगाया जावे तथा चोरी के अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। छोटी-से-छोटी संवेदनशील घटना पर तत्काल प्रतिबंधात्मक एवं वैधानिक कार्यवाही की जावे। लंबित स्थायी एवं गिरफ्तारी वारंटों का अधिक से अधिक तामीली सुनिश्चित किया जावे। पुलिस के विरुद्ध लंबित विभागीय जांच, शिकायतों आदि का समय पर निराकरण किया जावे। अपराधों की रोकथाम हेतु आसूचना संकलन तंत्र को सक्रिय किया जावे।
परिवार परिमर्श केन्द्र होंगे संचालित
आगामी लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत शांतिपूर्ण, भयमुक्त, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव हेतु योजना तैयार किया जावे एवं आवश्यक बल, संसाधनों की आवश्यकता, वाहनों की आवश्यकता इत्यादि का आंकलन किया जावे। इसके अतिरिक्त विगत चुनावों में पंजीबद्ध अपराधों का पूर्ण रूप से निराकरण सुनिश्चित करें। ग्राम एवं थाना स्तर पर ग्राम/नगर रक्षा समितियां गठित करायें, अच्छी छवि वाले नये सदस्यों को सम्मिलित कर प्रशिक्षित किया जावे एवं अच्छा कार्य करने वाले सदस्यों को पुरस्कृत किया जावे। वर्ष में जिला स्तर पर दो बार रक्षा समितियों का वार्षिक सम्मेलन आयोजित करके उन्हें प्रशिक्षित किया जावे और उन्हें रात्रि गस्त, बाढ़ राहत, त्योहार, दुर्घटना एवं यातायात के समय उपयोग किया जाए। जिले में मुख्यालय एवं अनुभाग स्तर पर परिवार परामर्श केन्द्र संचालित किया जावे तथा परिवार से संबंधित अधिक-से-अधिक मामलों में दोनों पक्षों से सहमति प्राप्त कर निराकरण कराया जावे।