…तो क्या जिलाध्यक्ष का कर्ज उतार रहा खनिज अमला

कलेक्टर ने खनिज अधिकारी को दी थी जांच
पुलिस अधीक्षक द्वारा दी गई जांच भी फाईलों में कैद
(Amit Dubey-8818814739)
शहडोल। 7 जनवरी की शाम बुढ़ार थाने के समीप खनिज विभाग के दो निरीक्षकों व एक नगर सैनिक के द्वारा अवैध खनिज से लदे वाहन को जब्त कर लाया गया, जिसे भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा मौके पर पहुंचकर तीनों के साथ अभद्रता कर छुड़ा लिया गया, मामला मीडिया में आया तो तात्कालीन कलेक्टर ने खनिज अधिकारी फरहत जहां को जांच के आदेश दिये, घटना के बाद कांग्रेस के जिला महामंत्री व अन्य पदाधिकारियों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर जांच व कार्यवाही की मांग की, कप्तान ने यह जांच बुढ़ार एसडीओपी को दी, लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी जांच नतीजे तक नहीं पहुंची, वहीं अवैध कारोबार अभी भी अपने चरम पर है और भाजपा जिलाध्यक्ष के प्रभाव में खनिज व पुलिस अमला मामले को दबाकर बैठा है।
यह चर्चा है सरगर्म
घटना के बाद जब कलेक्टर द्वारा मामले की जांच खनिज अधिकारी को दी गई, उसके बाद से ही यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि जल्द ही निरीक्षक अपना बयान देंगे, घटना के समय मीडिया में खुलकर अपना दुखड़ा बताने वाले दोनों निरीक्षक व नगर सैनिकों ने अभी तक अपने बयान नहीं दर्ज कराये हैं, इसके पीछे यह चर्चा सरगर्म है कि बीती भाजपा सरकार के दौरान किसी मामले में संभागायुक्त द्वारा खनिज विभाग की गड़बड़ी पकड़ी गई थी, जिसमें भाजपा जिलाध्यक्ष ने ही इनकी पैरवी शहडोल से लेकर मंत्री तक की थी और कार्यवाही होने से इन्हें बचाया था, इस कारण अब यह मामला बयानों और जांच में ही उलझा रहेगा, इस संदर्भ में जब खनिज अधिकारी से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क किया गया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
इधर बयान देने का इंतजार
थाने के सामने से सफेदपोश शासकीय कर्मियों को धमाकर वाहन छुड़ाकर ले जाता है, मामला मीडिया में आने के बाद सत्ताधारी दल के नेता जांच की मांग करते हैं, लेकिन जब जांच इसी थाने से लगे एसडीओपी कार्यालय में पहुंचती है तो शहडोल से निरीक्षक अपना एहसान चुकाने के फेर में यहां नहीं आये, लेकिन पुलिस ने भी यह जरूरत नहीं समझी की, इतने गंभीर मामले में निरीक्षकों से जाकर बयान ले लिये जायें, क्या निरीक्षक किसी भय से बयान देने नहीं पहुंच रहे हैं, इस बात की भी पुष्टि नहीं की गई।
यह हुआ था 7 जनवरी की शाम
सोमवार 7 जनवरी की शाम क्षेत्र में चल रहे अवैध उत्खनन व परिवहन की लगातार आ रही शिकायतों के बाद खनिज विभाग के दो निरीक्षक मुनेन्द्र पटेल और सुरेश कुलस्ते, नगर सैनिक गणेश पाण्डेय के साथ बुढ़ार विकास खण्ड अंतर्गत वाहनों की जांच करने निकले थे, इस दौरान उन्होंने एक ट्रैक्टर और एक हाईवा जैतपुर तिराहे के आस-पास जांच के दौरान पकड़ा, दोनों ही वाहनों में गड़बड़ी पाये जाने पर कार्यवाही के लिए बुढ़ार थाने लाया जाने लगा, वाहन पकड़े जाने तक तीनों शासकीय कर्मचारियों को यह जानकारी नहीं थी कि पकड़ी गई हाईवा के सरपरस्त भाजपा जिलाध्यक्ष इन्द्रजीत ङ्क्षसह छाबड़ा है, खबर है कि ट्रक में प्राप्त रायल्टी पर्ची से इस बात की पुष्टि हुई कि ट्रक में लोड गिट्टी पुष्पराजगढ़ स्थित गोविंद स्टोन क्रेशर से लाई जा रही है, कागज में दर्ज मात्रा और वाहन में लदी गिट्टी उस मात्रा से कहीं अधिक होने के कारण शेष गिट्टी अवैध खनिज उत्खनन- परिवहन के अंतर्गत आती थी, इसलिए वाहन को लेकर तीनों प्रशासनिक कर्मचारी सुरक्षा की दृष्टि से बुढ़ार थाने की ओर ले गये थे, जहां से यह वाहन भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा छुड़ाकर ले जाया गया।