गुजरात के विक्रमगढ़ से छग के चांपा जा रही ट्रेन में सवार मजदूरों को समाजसेवियों ने दिया भोजन

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शिरीष नंदन श्रीवास्तव 9407070665

                   प्रवासी मजदूरों को दूसरे राज्यों से लाने का सिलसिला जारी है। इसीक्रम में लगभग ६०० मजदूरो को लेकर  गुजरात के विक्रमगढ़ से चाम्पा जाने वाली   श्रमिक स्पेशल ट्रेन शहडोल स्टेशन पहुंची।  इस दौरान समाजसेवी संस्थाओ और समाजसेवियों द्वारा भूखे प्यासे मजदूरों को भोजन और पेयजल के पैकेट दिए गए।  भीषण गर्मी में भोजन और पानी पाकर मजदूरन के चेहरे खिल उठे और उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को धन्यवाद भी दिया।
शहडोल।  कोरोना के संकट काल में घर वापसी कर रहे मजदूरों की वापसी निरंतर ट्रेनो और बसों द्वारा हो रही है।  इसी क्रम में सोमवार को शहडोल से श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन गुजरी जो गुजरात के विक्रमगढ़ से छग के चांपा जा रही थी। इस ट्रेन में लगभग ६००  मजदूर सवार थे।
इस ट्रेन के  शहदोल  स्टेशन पर पहुंचते ही स्टेशन प्रबंधन की ओर से सोशल डस्टिनसिंग का ध्यान रखकर ट्रेन का स्वागत किया गया और ट्रेन में सवार सभी मजदूर यात्रियों के जलपान की व्यवस्था की गई।

सांझी रसोई कर रही है  मजदूरों की सेवा
सांझी रसोई के कार्यकर्ताओं  ने बताया कि वर्तमान समय कि जरुरत को देखते जुए  साँझी रसोई को  पुनः सारे नियमो का पालन करते हुए    शुरू कर दिया गया है पहले की अपेक्षा में अब  रसोई पर ज्यादा  जिम्मेदारियां   है क्योंकि पेट के साथ भोजन प्राप्त करने वाले सभी जनों की सुरक्षा और शासन द्वारा दी छूट के अनुरूप सभी नियमो का पालन करते हुए सेवा करनी है।  सब के सहयोग  से चलने वाली इस रसोई को   लोगो से  यथा शक्ति सहयोग  करने कि अपील भी की है  जिससे भोजन की  सेवा की निंरतरता बनी रह।  उल्लेखनीय है कि सांझी रसोई  नाम का संगठन के द्वारा  पिछले    कई दिनों से निरंतर जिले से गुजरने वाले हजारो मजदूरों और उनके परिवार जनो को भोजन पेयजल बस स्टैंड में  बिस्किट फल आदि उपलब्ध करा   रहा जिससे  तमाम आवागमन कर रहे मजदूर  और उनके परिवार जनो  के साथ हर भूखे को भरपेट भोजन मिल  मिल रहा है ।इस दौरान सांझी रसोई के सभी  सदस्यों के   समेत चार्टर्ड अकाउंटेंट सुशील सिंघल, राहुल सिंह ,अनुराग बंसल ,तरुण सिंह श्याम दास समेत दर्जनों समाजसेवी मौजूद रहे।

कई सामाजिक संगठन रहे मौजूद
सांझी रसोई सहित अन्य समाज सेवियों ने स्टेशन पहुंचकर ट्रेन में सवार  मजदूरों को  भोजन पेयजल फल आदि  दिया।  जैसे ही ट्रेन शहडोल स्टेशन में पहुंची भोजन वितरण करने वाले कार्यकर्ताओं ने बिना एक पल कि देरी किये सभी डब्बो में जाकर मजदूरों को भोजन दिया । भोजन और पानी के पैकेट पाकर मजदूरों के चहरे खिल उठे और उन्होंने कार्यकर्ताओं के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
ट्रेन में सोशल डस्टिसिंग का पालन

सोशल डस्टिसिंग का रखा  ध्यान
इस ट्रेन में यात्रा करने वाले मजदुरों को भोजन देते हुए  सोशल डस्टिसिंग का विशेष ध्यान रखा गया।    इसके लिए   भोजन के पैकेट वितरण करने वाले सभी कार्यकर्ताओं ने मास्क और  सेनेटाइजर का भी समुचित प्रयोग किया और स्टशन में  अन्य लोगो को प्रवेश नहीं दिया  दिया गया जिससे सोशल डस्टिसिंग का उल्लंघन न हो। उसी प्रकार ट्रेन में यात्रा करने वाले सभी मजदुरों को मास्क  किकी सलाह दी गई .

मजदूरों के चेहरे में दिखी ख़ुशी
विशेष ट्रेन से घर जाने वाले सभी  मजदूरों  के चेहरे में संतोष  और ख़ुशी का भाव का भाव  था । ट्रेन में सवार मजदूरों में से   गुजरात के पलोडा में राजमिस्त्री और मजदूरी का काम करने गए जांजगीर-चांपा जिले के विकास खंड पामगढ़ के ग्राम मुलमुला की जानकी बाई,निक्की,सिल्ली के चंदराम, अनिल टंडन, चंडीपारा पामगढ़ के छेरका खरे,मनबाई और गंगाधर रेल की लंबी यात्रा के बाद भी अपने गृह जिला पहुंचने की ख़ुशी और प्राप्त भोजन से  काफी खुश दिखाई दे रहे थे। आप लोगों को गुजरात से चांपा रेल से किसने लाने में मदद की, पूछने पर उन्होंने  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री     का नाम लिया। इन सभी श्रमिकों ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए उनका आभार जताया।

लगातार हो  रही  वापसी
रेलवे के अनुसार 800 ट्रेन में सौ से अधिक ट्रेन आबादी के लिहाज से सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के लिए चली।  आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल के लिए भी श्रमिक स्पेशल ट्रेन का परिचालन हुआ. ट्रेन में सवार होने से पहले यात्रियों के स्वास्थ्य की उचित जांच की जा रही ह।

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