बिना अनुमति लीज क्षेत्र में कर दिया सडक का निर्माण
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बिना अनुमति लीज क्षेत्र में कर दिया सडक का निर्माण
वन विभाग और एसईसीएल करते रहे पत्राचार, इधर परिषद ने कर दिया सडक निर्माण
77 लाख का सडक भ्रष्टाचार करने के लिए नगर परिषद बनगवां ने खेला खेल
नगर परिषद बनगवां का अधिकांशत: भाग एसईसीएल की राजनगर आरओ में आता है, वही कुछ भाग वन विभाग ने अपनी भूमि एसईसीएल को लीज पर दिया है। निविदा के आधार पर चार सडकों का पुनर्निर्माण परिषद द्वारा कराया जा रहा है, जहां वन विभाग की आरएफ क्रमांक 500 लीज में है वही सडक का निर्माण कराया जा रहा है, पत्राचार तो हुआ, लेकिन परिषद को कोई फर्क नही पडा और कार्य जारी रखा गया।
अनूपपुर। साउथ ईस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड की राजनगर आरओ अंतर्गत नगर परिषद बनगवंा का विकास कार्य हो रहा है। परंतु यह विकास कार्य नियमों के विपरीत और एसइसीएल के मापदण्डों से परे किया जा रहा है। परिषद के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि व अधिकारी ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए निविदा के शर्तो को तोडते हुए कार्य को प्रगति दे रहे है। वहीं गुणवत्ता से खिलवाड करते हुए भ्र्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। कुमिलाकर जल्द से जल्द लाखों रूपए का बंदरबांट करने के लिए नियमों के विपरीत कार्य कर अपने कर्तव्यों को पूर्ण करना चाह रहे हैै। कुल मिलाकर 77 लाख के भुगतान में अपने-अपने हिस्से बांटने की जल्दबाजी में सडक निर्माण को अंजाम दिया जा रहा है।
यहां बन रही सडकेें

नगर परिषद बनगवां अंतर्गत चार सडकों के निर्माण की निविदा स्थानीय ठेकेदार कौशिक सिंह को प्राप्त हुआ है। 77 लाख की लागत जीएसटी सहित लगभग 91 लाख की राशि खर्च होना है। राजनगर में भगत चौक से बस स्टैण्ड तक तथा भगत चौक से जेट हाउस तक, सब स्टेशन व सबएरिया कार्यालय सहित स्टेडियम तक मार्ग का निर्माण करना है। लेकिन जहां निर्माण कार्य किया गया है वहां पतली डामर का लेप पिछाकर महज 10 दिन में कार्य को पूर्ण कर दिया गया, गुणवत्ताहीन सडक का निर्माण कराते हुए व्यापक पैमाने में अनीयमितता की जा रही है।
एसईसीएल से नही कोई अनुमति

वन परिक्षेत्र कोतमा के वन क्षेत्र राजनगर के आरएफ क्रमांक-500 से सडक का निर्माण किया जा रहा था, जैसे ही इसकी सूचना वन विभाग को लगी तो वन विभाग की टीम ने निरीक्षण व जांच करते हुए एसईसीएल के उप क्षेत्रीय प्रबंधक व संपदा अधिकारी को 8 जनवरी 2025 को पत्र लिखा कि लीज क्षेत्र के सरफेस राइट में अवैध सडक का निर्माण किया जा रहा है, जिसे रोक लगाना आवश्यक है। जिसके बाद 10 जनवरी 2025 को महाप्रबंधक (खनन)/ उपक्षेत्रीय प्रबंधक राजनगर हसदेव क्षेत्र ने नगर परिषद अधिकारी को सडक़ निर्माण कार्य रोकने के संबंध में पत्राचार किया तथा उन्होंने उल्लेख किया कि राजनगर नगर कालरी के लीज क्षेत्र (सरफेस राइट) के अंतरगर्त आर.एफ. क्रमांक 500 में पुराने रोड के ऊपर बीटूमेन कार्पेटिंग किया जा रहा है जो कि एस.ई.सी. एल. प्रबंधन के संज्ञान में नहीं है और न ही एस.ई.सी.एल. प्रबंधन से अनुमति ली गई है जो कि अनुचित एवं अवैधानिक कार्य करने की प्रक्रिया है। उक्त बीटूमेन कार्पेटिंग कार्य को अविलंब रोका जाये।
परिषद ने नही रोका कार्य

नगर परिषद बनगवां के जिम्मेदारों ने ठेकेदार को लाभ पहुंचाने और अपने निजी हित को पूर्ण करने के लिए एसईसीएल की पत्राचार व बगैर अनुमति के सडक का निर्माण करा दिया, इन्होंने न तो निविदा निकालने के पूर्व नियमों का पालन किया और न ही निर्माण के दौरान मापदण्डो का पालन किया। अपनी मनमानी करते हुए सडकों का निर्माण कर दिया गया, जबकि लीज क्षेत्र में एसईसीएल ने कार्य को रोकने के लिए पत्राचार किया था।
निरस्त होना चाहिए निविदा
निविदा के नियमों एवं शर्तो के विपरीत कार्य होने व भूमि विवाद की स्थिति में निविदा स्वत: ही निरस्त मानी जाती है, लेकिन नगर परिषद बनगवां के सीएमओ चैन सिंह धुर्वे, अध्यक्ष यशवंत ङ्क्षसह व इंजीनियर निशांत ढोंगरे ने मिलकर रातोरात सडक निर्मित कराते हुए अपने हित लाभ के लिए नियमों को ताक पर रख दिया। जबकि वन विभाग ने एसईसीएल को पत्राचार 8 जनवरी को किया था और एसईसीएल ने नगर परिषद अधिकारी को 10 जनवरी को पत्राचार करते हुए कार्य में रोक लगाने को कहा था, परंतु इन्होंने निर्माण कार्य नही रोका और लीज क्षेत्र में बिना अनुमति सडक कार्य पूर्ण करा दिया।
इनका कहना है
लीज क्षेत्र वेलकम गेट के आगे है, वहां कार्य नही किया जा रहा है, जहां कार्य हुआ है वहां वन विभाग व एसईसीएल की लीज भूमि नही है।
निशांत ढोंगरे, उपयंत्री
नगर परिषद बनगवां
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एसईसीएल के द्वारा हमें कोई पत्राचार नही किया गया है और नही अभी तक हमें कोई पत्र मिला है, कार्य विधिवत किया जा रहा है।
यशवंत सिंह, अध्यक्ष
नगर परिषद बनगवां
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हमें जहां-जहां कार्य की निविदा प्राप्त हुई है, वहां सडक निर्माण किया जा रहा है, कुछ जगहों पर मना किया गया है, वहां हम सडक का निर्माण नही कर रहे है।
कौशिक सिंह, ठेकेदार
नगर परिषद बनगवां